कानपुर: अगर हौसले बुलंद होते हैं तो कोई भी मंजिल कठिन नहीं होती। रास्ते में आने वाली हर कठिनाई को आसानी से मुकाबला कर अपने मुकाम को हासिल कर लेता है। इन पंक्तियों को चरितार्थ करके दिखाया है अंतरराष्ट्रीय बाडी बिल्डर नंदिता रावत ने।
वर्तमान समय में दुबई में रही नंदिता के जीवन में बड़ा बदलाव तब आया जब एक दुर्घटना में उनको काफी चोट आई। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने अपने स्वास्थ्य और शरीर को बेहतर करते हुए बाडी बिल्डिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की ठान ली। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही नंदिता ने शुरुआती दिनों में कई उपलब्धियां हासिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
बाडी बिल्डिंग को एक तपस्या मानने वाले नंदिता ने विशेष बातचीत में युवाओं खासतौर पर लड़कियों को महत्वपूर्ण सलाह देते हुए कहा कि जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं है। धन तो आता जाता रहता है पर एक बार यदि स्वास्थ्य खराब हो गया तो वर्षों लग जाते हैं ठीक होने में और इस दौरान इन्सान मानसिक रूप से पूरी तरह टूट जाता है। इसलिए नियमित एक्सरसाइज के साथ संतुलित भोजन करने के साथ रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने को अपनी आदत बना लेना चाहिए। तैलीय और जंक फूड से जितना दूर रहेंगे, उतनी ही आपकी पाचन क्रिया दुरूस्त रहेगी।
एक बात और मैं कहना चाहती हूं कि जीवन में हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। साथ ही कौन क्या आपके विषय में सोच रहा है, कह रहा, इस पर कभी भी ध्यान नहीं देना चाहिए। हमेशा अपना ध्यान, ऊर्जा और क्षमता का प्रयोग अपने लक्ष्य को हासिल करने में कीजिए। जब आप सफल हो जाएंगे तो कमियां और बुराई करने वाले ही आपकी सबसे पहले तारीफ करेंगे।