- मानव सेवा के लिए समर्पित किया अपना जीवन
- अद्भुत कार्यों के लिए शिरोज अवार्ड से नवाजा गया
लखनऊ : जिस उम्र में अधिकांश युवक व युवतियां फैशन, मूवी, सोशल मीडिया इंफ्लुएंस और बालीवुड गासिप की ही बातें करते नजर आते हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी युवक और युवतियां हैं जिन्होंने अपना जीवन जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित कर दिया है। इन्हीं में एक सबसे चर्चित नाम है नवाबी शहर लखनऊ की खुशी पांडेय का। जैसा इनका नाम है वैसे ही इनके काम भी हैं। वह पिछले कई वर्षों से जरूरतमंदों की लगातार सेवा कर रही हैं। जिसके चर्चे आज लखनऊ ही नहीं अन्य शहरों में भी है। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्स एप ग्रुप्स में हजारों लोग उनके कामों की तारीफ कर हौसला अफजाई करते रहते हैं। उनके अद्भुत कार्यों के लिए ही तीन दिसंबर को उन्हें शिरोज अवार्ड से नवाजा गया। गौरतलब है कि खुशी पांडेय पिछले छह वर्षों से सपनों की उड़ान फाउंडेशन संस्था चला रही हैं। जिसका उद्देश्य हर कीमत जरूरतमंद के चेहरे पर मुस्कान लाना है।
सपनों की उड़ान फाउंडेशन के प्रमुख कार्य एवं उद्देश्य
अपनी संस्था के विषय में खुशी पांडेय ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सपनों की उड़ान फाउंडेशन के तहत हम समाज के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं, इसमें वंचित बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा, उन्हें आजीविका प्रदान करना, भूख मिटाना, महिला स्वच्छता, सड़क सुरक्षा, एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए काम करना शामिल है।
प्रोजेक्ट दाग
हम प्रोजेक्ट दाग पर काम कर रहे हैं और वह लगातार स्लम क्षेत्रों, सरकारी स्कूलों, मेट्रो होलसेल इंडिया, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों आदि में मासिक धर्म स्वच्छता सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।लड़कियों और महिलाओं को बहुत सीमित मात्रा में ज्ञान प्रदान किए जाने के कारण मासिक धर्म स्वच्छता को हमेशा कई प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा है। इस चक्र के बारे में मेरी कार्यशाला उन्हें उचित स्वच्छता के अभ्यास को समझने में मदद करेगी जैसे मासिक धर्म पैड को समय पर बदलना, कपड़े के पैड धोना, कीटाणु शोधन और उन्हें नष्ट करना इत्यादि।
एसिड अटैक सर्वाइवर्स का प्रशिक्षण
हमने एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए एंगर मैनेजमेंट, कॉन्फिडेंस बिल्डिंग जैसी कई वर्कशॉप आयोजित किए हैं। बचे हुए लोगों के लिए इन सत्रों को आयोजित करने के पीछे उद्देश्य यह था कि वे अपने गुस्से को नियंत्रित कर सकें और उनमें आत्मविश्वास बढ़ा सकें और वे अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
वंचित बच्चों के लिए ओपन विद्यालय
वंचित बच्चों के लिए ओपन स्कूल शुरू किया है क्योंकि शिक्षा वह प्रेरक शक्ति है जो एक भाग्यशाली भविष्य की रोशनी रखती है जहां उन लोगों को अवसर प्रदान किए जाएंगे जिनके पास ज्ञान और कौशल है। क्योंकि शिक्षा ही एकमात्र ऐसी चीज़ है जिसमें गरीबी, लिंग, नस्ल और वर्ग भेदभाव जैसे सभी सामाजिक कलंकों को दूर करने की पर्याप्त शक्ति है।
प्रोजेक्ट अन्नपूर्णा
हम प्रोजेक्ट अन्नपूर्णा पर काम कर रहे हैं और अब तक लखनऊ के 11 गांवों में सूखा राशन वितरित किया जा चुका है।
सरकारी अस्पताल में भोजन अभियान
हमारी परियोजना “अन्नपूर्णा” के तहत, प्रत्येक रविवार को कम से कम 500 लोगों को भोजन कराने का लक्ष्य है। हम जरूरतमंद लोगों को मात्र 2 रुपये प्रति प्लेट में पौष्टिक भोजन परोस रहे हैं। यह सांकेतिक राशि इसलिए ली जा रही है ताकि हम उन लोगों के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाएं, जो विषम परिस्थितियों में होने के बावजूद मुफ्त में भोजन स्वीकार नहीं करते हैं। हालांकि, हम उन लोगों से शुल्क नहीं लेंगे जो हमारे पास आते हैं और अपने भोजन के लिए भुगतान नहीं कर सकते।
प्रोजेक्ट उजाला : साइकिल लाइट ड्राइव
दिहाड़ी मजदूरों को रिचार्जेबल सेफ्टी लाइट देने की मेरी पहल, जो अपनी आजीविका कमाने के लिए साइकिल से काम पर जाते हैं। मेरा उद्देश्य केवल कोहरे के दिनों में साइकिलों पर परावर्तक रोशनी लगाना नहीं है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए रोशनी लगाना है, चाहे दिन हो या रात, गर्मी हो या सर्दी। अब तक हम 1500 से अधिक टेल लाइटें लगा चुके हैं।