- झांसी मंडल में पहले रेल कोच रेस्टोरेंट (Rail Coach Restaurant) का उदघाटन
- अनुपयोगी व जर्जर हो चुके रेलवे यात्री कोच को खूबसूरत व आकर्षक रेस्टोरेंट में किया गया परिवर्तित
- कबाड़ कोच से रेलवे कमाएगा लगभग 55 लाख का राजस्व
झांसी: रेलवे की नई योजना के तहत रेल की डिब्बे में बैठकर रेस्टोरेंट जैसा आनंद लिया जा सकता है। बसंत पंचमी के दिन झांसी मंडल में पहले रेल कोच रेस्टोरेंट (Rail Coach Restaurant) का उदघाटन किया गया। ये खूबसूरत व आकर्षक रेस्टोरेंट अनुपयोगी व जर्जर हो चुके रेलवे यात्री कोच को परिवर्तित कर बनाया गया है। अब कबाड़ कोच से रेलवे लगभग 55 लाख का राजस्व कमाने का अनुमान लगा रहा है।
सांसद ने किया उद्घाटन
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में गैर किराया राजस्व (एनआरएफ) पालिसी के अंतर्गत, विविध स्टेटिक सेवाओं के तहत ई-ऑक्शन द्वारा आबंटित झांसी मंडल के पहले रेल कोच रेस्टोरेंट का शुभारंभ सांसद श्री अनुराग शर्मा ने किया। इस दौरान वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री शशिकांत त्रिपाठी झांसी शहर में राही वीरांगना होटल के सामने रेलवे की खाली पड़ी जमीन का सदुपयोग करते हुए मंडल प्रशासन द्वारा रेल कोच रेस्टोरेंट हेतु स्थान आबंटित किया गया।
यह है योजना
रेलवे द्वारा खाली पड़ी जमीन और जर्जर पड़े कोचों का सदुपयोग करते हुए राजस्व अर्जन ने नई योजना तैयार की गयी है। झांसी मंडल में आबंटित पहले रेल कोच रेस्टोरेंट से मंडल को लगभग 55 लाख रुपये की आय संभावित है। यह रेस्टोरेंट रेल यात्रियों और शहरवासियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से शहर की प्राइम लोकेशन चित्रा चोराहे के पास आबंटित की गयी है।
खास हैं सुविधाएं
यह रेस्टोरेंट पूरी तरह वातानुकूलित है। जिसमें सभी प्रकार के खाद्यान सहित पब्लिक टॉयलेट की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी है। इस अनोखा रेस्टोरेंट शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जहां सभी प्रकार के शाकाहारी व्यंजनों के साथ ही यहां बुंदेली व्यंजनों का भी स्वाद मिलेगा। यह रेस्टोरेंट इसलिए भी खास है क्योंकि यहां लोग किसी बिल्डिंग में नहीं बल्कि ट्रेन के डिब्बे में बैठकर रेस्टोरेंट के खाने का मजा ले सकते हैं।