- स्पाइडर व पीस लिली से आयेगी पॉजिटिव एनर्जी
- अरेका पाम देगा घर और बालकनी को नया लुक
- एलोवेरा के ऑक्सीजन से होगा खुशनुमा माहौल
- बालकनी और हॉल में फैलेगी ग्रीनरी
- माइक्रोब्यालाजिस्ट योगिता गुप्ता ने दी दस्तक
- पर्यावरण पर काम के लिए छोड़ी नौकरी
कानपुर। घर का गार्डन और बालकानी से आर्टिफिशियल प्लांट की हमेशा की छुट्टी करने के लिए द आर्ट ऑफ गार्डिनिंग लैंडस्केप कंपनी ने ऑक्सीजन और पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करने वाले मिनी प्लांट के साथ शहर में दस्तक दी है।
कंपनी की निदेशक व माइक्रोब्यालाजिस्ट योगिता गुप्ता ने बताया कि गुणवत्ता से भरपूर मिनी प्लांट अरेका और स्पाइडर जैसे छोटे पौधे बालकनी, घर व हॉल की खुबसुरती के साथ पॉटिजिव एनर्जी देंगे। थोड़ी केयर वाले इन पौधे से हरियाली के साथ घर की निगेटिव एनर्जी को दूर करेंगे। निदेशक ने बताया कि प्रकृति ने विभिन्न प्रजाति के पौधे वातावरण को पॉजिटिव रखने के लिए प्रदान किये हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग आर्टिफिशियल पौधों से घर को सजा रहे हैं। जो प्लास्टिक होने के कारण हानिकारक है। लेकिन अब शहर में हरियाली व प्रकृति से प्रेम करने वालों को कंपनी गाइड करेगी और नेचुरल प्लांट के बल पर गार्डन, घर व छोटी जगह बालकानी में स्पेस के हिसाब से हरियाली लाने का हुनर दिखायेंगी।
स्कालरशिप योगिता ने छोड़ी जॉब
योगिता ने बताया कि बचपन से हरियाली और पेड़ पौधे से विशेष लगाव था। स्कूल के बाद समय मिलने पर पेड़ों पर काम करती। उनपर प्रयोग करना बड़े से बड़े पौधों को कैसे छोटे प्लांट में बदलना तथा कौन-कौन से मिनी प्लांट घरों में पॉजिटिव एनर्जी या सुखशांति दे सकते है। उनपर रिसर्च करना शौक था। शिक्षणकार्य में तेज होने के कारण उनकी पूरी पढ़ाई स्कालरशिप में हो गयी। माइक्रोब्यालाजिस्ट की डिग्री मिलते ही बड़ी कम्पनी में अच्छे वेतन पर जॉब हो गयी। कम्पनी में भी रिसर्च करने का दायित्व मिला। लेकिन नौकरी अधिक समय नहीं चली। कुछ अलग करने का जुनून होने के कारण जॉब छोड़कर पिता के आशीर्वाद और मां-भाइयों के सहयोग से कंपनी बनायी। जो देश के कई प्रदेश में छोटी जगहों पर मिनी प्लांट के माध्यम से हरियाली लाने का काम कर रही है।
ऑक्सीजन और एनर्जी से भरे मिनी प्लांट
डायरेक्टर ने बताया कि स्पाइडर प्लांट, अरेका और पीस लिली जैसे दर्जनों मिनी प्लांट जो कम स्थान पर रहकर अपनी गुणवत्ता के बल पर अपना अलग जलवा बिखेरते है। स्पाइडर नाम का पौधा जिस स्थान पर रहता है। वह वहां की हवा से कार्बन मोनोऑस्साइड और अन्य विषाक्त पदार्थाें को खींच लेता है। अरेका प्लांट घर की निगेटिव एनर्जी को खींचकर ऑक्सीजन डिलीवर करता है। तुलसी, एलवेरा, स्नेक प्लांट व पीस लिली नाम के हिसाब से शांति घर में फैलाने का काम करता है।
प्लांटेशन में वास्तुशास्त्र की भूमिका
कम्पनी संचालिका ने बताया कि घर में प्लांट लगाते समय वास्तुशास्त्र का भी अह्म रोल है। स्थान और दिशा भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इसलिए कम्पनी की टीम गार्डन, आवास या फिर आपर्टमेंट की बालकानी का निरीक्षण करती है उसके बाद तय होता है कि कहां किसी प्लांट का रोल रहेगा।
पांच शहरों के बाद अब शहर में लांचिग
गुजरात, अहमदाबाद, पूना, दिल्ली के बाद कम्पनी ने शहर में दस्तक दी है। कम्पनी का उद्देश्य है कि शहरवासियों को पर्यावरण से जोड़ना और उससे प्रेम कराना। जीवन में पौधों का अह्म रोल है। टीम प्रकृति से प्रेम करने वालों को चिहिन्त करके उनसे सम्पर्क के माध्यम से पौधरोपण की अह्म जानकारी देगी।