- पूरी तरह से स्वस्थ होने पर मरीज ने डॉक्टर मधुलिका को माता रानी का प्रसाद देकर उनके स्वस्थ और समृद्ध होने की कामना की
- मैंने हर मरीज का ग्राहक नहीं बल्कि परिवार के एक सदस्य की तरह ही इलाज किया: डॉक्टर मधुलिका शुक्ला
कानपुर : जब भी कोई काम पूरी ईमानदारी और लगन के साथ निस्वार्थ भाव से किया जाता है तो उससे एक व्यक्ति या विशेष वर्ग नहीं बल्कि पूरे समाज को लाभ होता है। ऐसे लोग अपने कार्यों से समाज एक आदर्श प्रस्तुत करके हर दिन एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हैं। इन पंक्तियों को चरितार्थ करके दिखाया है कानपुर की मशहूर होम्योपैथिक डॉक्टर मधुलिका शुक्ला ने। डॉक्टर मधुलिका शुक्ला ने अपना जीवन मरीजों की सेवा में ही समर्पित कर दिया है।
उनके इलाज करने के तरीके के साथ ही मरीजों से किया जाने वाला अद्भुत संवाद संजीवनी का काम करता है। मरीजों के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए डॉक्टर मधुलिका शुक्ला ने बताया कि मैंने हर मरीज का ग्राहक नहीं बल्कि परिवार के एक सदस्य की तरह ही इलाज किया है और उसे अपना समझकर ही वाजिब और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधित जानकारियां और सलाह दी है। आज मुझे बहुत ही अच्छा लगा कि जब एक मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गईं तो उन्होंने मां वैष्णो देवी दरबार की यात्रा करने के बाद मेरे लिए भी प्रसाद लेकर आईं। उन्होंने मेरे स्वस्थ और समृद्ध जीवन की माता रानी से प्रार्थना भी की।
डॉक्टर मधुलिका ने बताया यही मेरी सच्ची पूंजी है जो मैंने कुछ वर्षों में लोगों को स्वस्थ करके कमाई है। पैसा तो आज है कल हो सकता है कम हो या नहीं भी हो पर मानव सेवा करके कमाई गई पूंजी कभी खत्म नहीं होती।