- बीमारियों के कारण वर्कआउट करना दिल्ली की स्टार एथलीट के लिए साबित हुआ वरदान
- एक्सरसाइज करने की मित्र की सलाह ने जीवन में टर्निंग प्वाइंट का किया काम
नई दिल्ली: किसी ने सच ही कहा है कि यह जीवन इतना सरल नहीं है जितना दिखता है। इसको सरल बनाने काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और जो इस कड़े संघर्ष में कामयाब हो जाता है, वही एक मुकाम हासिल करता है। कुछ ऐसा ही करके दिखाया है दिल्ली की मशहूर एथलीट नवनीत कौर ने।

विशेष बातचीत में अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए नवनीत ने बताया कि करीब 20 साल की उम्र में उन्हें थायरॉयड की शिकायत हो गई थी। हालात ऐसे जैसे कोई बुजुर्ग चलता हो, उसके साथ माइग्रेन और गठिया भी हो गया। शरीर का वजन ऐसा बढ़ रहा था मानो रुकेगा ही नहीं। फिर मेरे एक मित्र ने वर्कआउट करने की महत्वपूर्ण सलाह दी और मैंने वर्कआउट शुरू भी कर दिया। सबकुछ ठीक चल रहा था तभी अचानक एक बार डांस करते हुए मेरे पीठ में दर्द आ गया पता चला एल5-एल6 रीड़ की हड्डी में तकलीफ आ गई है। इसलिए डॉक्टर ने वर्कआउट या अन्य कोई एक्सरसाइज करने को मना कर दिया। इतना ही नहीं ज्यादा चलने पर भी कमर दुखती थी।
फिर मैंने भारी ट्रेनिंग शुरू की और बाकी मांसपेशियों को मजबूत किया। देखते ही देखते पता चला में वजन अच्छा उठने लग गई, पावरलिफ्टिंग की प्रतियोगिता में भाग लिया और 2018 में नेशनल पावर लिफ्टर बन गई। और फिर स्टेज पर भी मुकाबला किया। बीमारियों के कारण से मैंने वर्कआउट शुरू किया था पर यही पहचान बन जाएगा पता नई था।

अपनी सफलता की कहानी को विराम देते हुए नवनीत ने कहा कि आज अगर वो एक्सरसाइज नहीं कर रही होती तो उनके शरीर और करियर का बहुत ही बुरा हाल होता। पर मैंने हौसला नहीं छोड़ा तो रब ने भी मुझ पर अपनी पूरी कृपा बनाए रखी, जिससे मैं परेशानियों के भंवर से आसानी से निकल आई।

