Kanpur : कानपुर स्थित बिठूर (Bithoor) में कई राजाओं ने 52 घाटों का निर्माण कराया था। ये घाट आज भी बिठूर की शान बढ़ा रहे हैं। इनमें से एक पत्थर घाट है। पत्थर घाट (Pathar Ghat ) में सभी पत्थर लाल रंग के हैं। घाट का निर्माण लखनऊ के नवाब गजीउद्दीन हैदर के मंत्री टिकैत राय ‘1814-1827’ ने कराया था।
घाट में 19वीं शताब्दी में वास्तुकला की अनोखी मिसाल पेश करते हुए भव्य शिव मंदिर का भी निर्माण कराया गया था। मंदिर का निर्माण लाल बलुएं पत्थर से नागर शैली में किया गया था। मंदिर के अंदर अष्टकोणीय गर्भ गृह है। जिसमें अर्धायुक्त काले प्रस्तर का शिवलिंग स्थापित है। यह मंदिर बिठूर स्थित सभी स्मारकों में उत्तम है। कला की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वर्ष 1814 में लखनऊ के नवाब गजीउद्दीन हैदर के मंत्री टिकैत राय ने उन्हें हाथी खरीदने की सलाह दी। नवाब को उनकी सलाह वाजिब लगी और उन्होंने टिकैत राय को इसके लिए खजाने से मुद्राएं दिलाईं। इन्ही मुद्राओं से टिकैत राय ने बिठूर में यह बेहद आकर्षक घाट बनवाया। टिकैत राय की इस बुद्धिमत्ता पर नवाब भी बेहद प्रसन्न हुए।
इस घाट के ऊपर महादेव का एक भव्य मंदिर है। इसे टिकैत शिव मंदिर और महाकालेश्वर के नाम से जाना जाता है। घाट और मंदिर की आभा देख कई सीरियल और फिल्मों की सूटिंग भी हो चुकी है।