- बच्चों को उर्जावान बनाने का विशेष प्रशिक्षण, कविता, गायत्री व संध्या ने संभाली कमान
- पांच दिनों तक चलेगा खास प्रोग्राम, ब्लाक 100 शिक्षकों का हुआ चयन
- दिव्यांगता पहचान की मिलेगी जानकारी, अनुराग मिश्रा की देखरेख में प्रशिक्षण
- एबीएसए की प्रोग्राम में विशेष निगरानी
कानपुर। छोटे दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें उर्जावान बनाने के लिए बिधनू ब्लाक बीआरसी में शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पांच दिवसीय संचालित होने वाले इस प्रशिक्षण में ब्लाक स्तर पर 100 शिक्षकों का चयन किया गया है। दिव्यांग बच्चों की पहचान और उन्हें शिक्षा-दीक्षा से परिपूर्ण करने के लिए खास प्रशिक्षण अधिकारी कविता, गायत्री और संध्या ने कमान संभाली है। सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समाप्त कराने की या फिर कहे व्यवस्था की जिम्मेदारी ब्लाक में तैनात अनुराग मिश्रा ने संभाली है। ब्लाक के एबीएसए सुनील द्विवेदी प्रशिक्षण पर खास निगाह बनाएं हैं। इस दौरान वे स्वंय प्रशिक्षण स्थल पर जाकर शिक्षकों से जानकारी ले रहे हैं।
प्रशिक्षण की व्यवस्था का दायित्व निभा रहे अनुराग मिश्रा ने बताया कि पांच दिवसीय होने वाले खास प्रशिक्षण में दो दिन की गतिविधियां हो चुकी है। ब्लाक स्तर पर 100 शिक्षकों का खास चयन हुआ था। चयनित शिक्षकों को बैच के माध्यम से कविता अवस्थी, गायत्री श्रीवास्तव व संध्या अग्निहोती जो कि प्रशिक्षण की खास मास्टर सभी टीचरों को दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने का ज्ञान देकर अर्जुन बना रही हैं।

अनुराग मिश्रा ने बताया कि खास प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणकर्ता सभी शिक्षकों को यह भी जानकारी देंगे कि सरकारी की निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार 21 प्रकार की दिव्यांगता की पहचान कैसे होगी। इतना ही नहीं प्रशिक्षण देने में दोणाचार्य की भूमिका निभा रही कविता और गायत्री यह भी जानकारी देगी कि बच्चों को उर्जावान कैसे बनाने है। दिव्यांग बच्चों को इतना आंतरिक मजबूत करने का गुण भी संध्या बतायंेगी। अनुराग मिश्रा ने बताया कि पांच दिवसीय चलने वाले इस विशेष प्रशिक्षण में दिव्यांगता को उनकी कमजोरी नहीं ताकत बनाने का हुनर सिखाया जायेगा। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण प्रोग्राम पर खंड शिक्षा अधिकारी सुनील द्विवेदी अपनी खास नजर बनायें हैं।