- जीबीसी 4.0 के तहत प्रदेश भर के कई जिलों में रखी गई है कई बड़े प्रोजेक्ट्स की आधारशिला, 18 हजार रोजगार के अवसर हो सकते हैं उपलब्ध
- प्रदेश भर में शुरू हो रहीं मेडिकल यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल्स, मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स, नर्सिंग, पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट और फार्मा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
- मेडिकल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज के बड़े प्रोजेक्ट्स से ही दस हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना
- स्वास्थ्य और रोजगार के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के जरिए हजारों की संख्या में छात्रों को मिल सकेगा प्रशिक्षण
लखनऊ, 3 मार्च। उत्तर प्रदेश में लोगों के मेडिकल और फार्मा इंडस्ट्री लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ अब रोजगार का भी बड़ा साधन बनने जा रही है। जीबीसी 4.0 के तहत इस सेक्टर में कई बड़े प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी गई है। इनमें मेडिकल यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल्स, मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स, नर्सिंग, पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट और फार्मा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शामिल हैं। इसके माध्यम से पूरे प्रदेश में हजारों करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है जो 18 हजार से अधिक लोगों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराएगा। मेडिकल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज के बड़े प्रोजेक्ट्स से ही दस हजार से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। वहीं स्वास्थ्य और रोजगार के साथ-साथ यहां शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के जरिए हजारों की संख्या में छात्र प्रशिक्षित भी होकर अपना भविष्य बेहतर बना सकेंगे। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने 19 फरवरी को ही इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए 10 लाख करोड़ से अधिक के 14 हजार से ज्यादा प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की है। इससे 34 लाख रोजगार मिलने की संभावना है।
10 हजार रोजगार आकर्षित करेंगे मेडिकल यूनिवर्सिटी और कॉलेज
प्रदेश में मेडिकल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज खोलने में बड़ी संख्या में निवेशकों ने रुचि दिखाई है। इसके तहत 3300 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होने जा रहा है, जबकि 10 हजार से अधिक रोजगार सृजित करने में सहायक होगा। जो बड़े प्रोजेक्ट्स स्थापित हो रहे हैं, उनमें बोधिसत्व चैरिटेबल ट्रस्ट बाराबंकी में 200 करोड़ की लागत से बोधिसत्व मेडिकल यूनिवर्सिटी का विस्तार कर रहा है। इसमें एमबीबीएस और पीजी कोर्सेज की 150 सीटों से बढ़ाकर 250 किया जा रहा है। इसके माध्यम से 350 नए रोजगार सृजित होंगे। वहीं, श्री बाबू सिंह दद्दू जी एजुकेशनल ट्रस्ट फर्रूखाबाद में 105 करोड़ के निवेश से मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का निर्माण कर रहा है। इसके माध्यम से 500 लोगों को रोजगार का लाभ मिलेगा। जीएस यूनिवर्सिटी हापुड़ में 500 करोड़ से मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का निर्माण करने जा रही है। यह 2 हजार लोगों के लिए नौकरियों के सृजन में सहायक होगा। इसी तरह सार्स ट्रस्ट हाथरस में 200 करोड़ से मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहा है जो 400 लोगों के लिए रोजगार की व्यवस्ता करने में सक्षम होगा। प्रभात एजुकेशन ट्रस्ट कानपुर देहात में मेडिकल कॉलेज के लिए 200 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है। इससे 600 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा, जबकि नारायणा ग्रुप कानपुर नगर में 625 करोड़ की लागत से मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेज शुरू कर रहा है। यह 1500 लोगों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराएगा। इसी तरह, श्री रमेश चंद्र फाउंडेशन कौशाम्बी में 50 करोड़ से मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर रहा है जो 35 नौकरियों के सृजन में सक्षम होगा। शांति फाउंडेशन महाराजगंज में 300 करोड़ के निवेश के जरिए मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहा है जिससे 1000 लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। राजीव सामाजिक सहचर सेवा संस्थान मऊ में 200 करोड़ रुपए से 150 बेड वाले मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने जा रहा है। यह इस जिले में 1500 लोगों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराएगा। इसके अतिरिक्त श्री सिद्धि विनायक ट्रस्ट संभल में 156 करोड़ से मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर रहा है, जो जिले में 1000 लोगों के लिए नौकरियां सृजित करेगा। अमन पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट संत कबीर नगर में 350 करोड़ रुपए से मेडिकल कॉलेज बना रहा है। इससे 1200 लोगों को रोजगार की संभावना है। ज्ञानचेतना एजुकेशनल सोसायटी शामली में 300 करोड़ से मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है। यह मेडिकल कॉलेज 1200 लोगों को रोजगार प्रदान करेगा। श्री राज रूप मेमोरियल फाउंडेशन एवं एजुकेशनल ट्रस्ट श्रावस्ती में 115 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रहा है। यह मेडिकल कॉलेज जिले में 60 रोजगार सृजित करने में सक्षम होगा।
हॉस्पिटल्स और मल्टीस्पेशिलयिटी हॉस्पिटल्स भी सृजित करेंगे हजारों अवसर
प्रदेश में बड़ी संख्या में हॉस्पिटल्स और मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स की भी शुरुआत होने जा रही है। हॉस्पिटल्स के लिए जहां 575 करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है जिससे 650 से अधिक लोगों के लिए रोजगार का प्रबंध सुनिश्चित होगा तो वहीं मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स के तहत 2000 करोड़ के बड़े प्रोजेक्ट में निवेश हो रहा है। इससे करीब 5 हजार लोगों के लिए नौकरियां सुनिश्चित होंगी। इसके अंतर्गत सत्य मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल 50 करोड़ से बस्ती में हॉस्पिटल खोलने जा रहा है, जो 200 लोगों को रोजगार देगा। वहीं, एचडीएफसी बैंक फिरोजाबाद में 50 करोड़ की लागत से कैंसर हॉस्पिटल की स्थापना में सहयोग कर रहा है, जिससे क्षेत्र में 50 नौकरियों का सृजन होगा। जीएसएस हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट मैनपुरी में 50 करोड़ से हॉस्पिटल की स्थापना कर रहा है जो 250 लोगों के लिए रोजगार देने में सहायक होगा। श्री साइ हॉस्पिटल मऊ में 50 करोड़ से 45 बेड का हॉस्पिटल बना रहा है, जो 20 से 30 लोगों के लिए रोजगार उत्पन्न करेगा। एपेक्स वेलकेयर ट्रस्ट मिर्जापुर में 325 करोड़ की लागत से हॉस्पिटल और कॉलेज की शुरुआत कर रहा है। यह 50 रोजगार उपलब्ध कराएगा। वंशा देवी चैरिटेबल हॉस्पिटल प्रतापगढ़ में 50 करोड़ से हॉस्पिटल स्थापित कर रहा है। यह 100 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सहयोग करेगा। मल्टीस्पेशिलयिटी हॉस्पिटल्स के तहत श्री रामसहाय सिंह शांति सिंह मेमोरियल ट्रस्ट बस्ती में ही 50 करोड़ का निवेश कर रहा है जिसमें 200 लोगों को नौकरियां प्रदान की जा सकेंगी। चिन्मय हॉस्पिटल भदोही में 50 करोड़ के निवेश से मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल की शुरुआत कर रहा है जो 100 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। यशोदा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल गाजियाबाद में 800 करोड़ से 1200 बेड वाले सुपर स्पेशियिलिटी मेडिसिटी की स्थापना करने जा रहा है। इससे 4500 लोगों की रोजी रोटी का प्रबंध हो सकेगा।
फार्मा मैन्युफैक्चरिंग में भी 350 नौकरियों का सृजन
योगी सरकार प्रदेश में फार्मा पार्क और बल्क ड्रग पार्क का निर्माण करने जा रही है। हालांकि, इससे पहले ही कई ग्रुप्स ने उत्तर प्रदेश में फार्मा मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में निवेश करना तय किया है। इसके तहत दो बड़े ग्रुप करीब 350 करोड़ रुपए का निवेश कर रहे हैं और 350 लोगों के लिए रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अंतर्गत एनी ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री कुशीनगर में 150 करोड़ से फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिवर्सिटी स्थापित कर रहा है जो 200 लोगों के लिए रोजगार उलब्ध कराएगा। वहीं, रेस्पा फार्मा प्रा. लि. रायबरेली में 184 करोड़ की लागत से फार्मा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगा रहा है जो 140 लोगों के लिए रोजगार की व्यवस्था करेगा।
नर्सिंग एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट देगा हजारों नौकरियां
उत्तर प्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल की बढ़ी डिमांड को देखते हुए कई कंपनियों ने यहां नर्सिंग और पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट व कॉलेज खोलने के लिए निवेश किया है। जो बड़े प्रोजेक्ट्स लग रहे हैं, उनके तहत करीब 450 करोड़ का निवेश हो रहा है, जिससे एक हजार के करीब नौकरियां सृजित होंगी। लाइफ लाइन एजुकेशन इंस्टीट्यूट आजमगढ़ में 50 करोड़ निवेश कर रहा है, जिससे 150 रोजगार प्राप्त होंगे। एनके शिक्षा एवं खेल फाउंडेशन मैनपुरी में एनके हॉस्पिटल पैरामेडिकल एंड नर्सिंग कॉलेज की स्थापना कर रहा है। 52 करोड़ के निवेश वाले इस उद्यम के जरिए 60 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। बाबू संत बक्स शिवमूर्ति सिंह शिक्षण संस्थान प्रतापगढ़ में 50 करोड़ से नर्सिंग कॉलेज खोल रहा है, यह 45 से 50 लोगों के लिए नौकरियां सृजित करेगा। श्री प्रेम कुमार शुक्ला फार्मास्युटिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी श्रावस्ती में 100 करोड़ से फॉर्मेसी कॉलेज की स्थापना कर रहा है। यह 160 लोगों को रोजगार सुनिश्चित करेगा। इसी तरह चंद्रावती ग्रुप ऑफ कॉलेज सिद्धार्थनगर में 30 करोड़ से नर्सिंग एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का शुभारंभ कर रहा है, जो 400 लोगों को रोजगार दिलाने में सहायक सिद्ध होगा। यही नहीं, डॉ एएम इस्लामिया बीएससी नर्सिंग कॉलेज देवरिया में 50 करोड़ से नर्सिंग कॉलेज तो डॉ. एस एस कॉलेज ऑफ फार्मेसी जौनपुर में 100 करोड़ के निवेश से फार्मेसी कॉलेज की स्थापना कर रहा है। ये दोनों उद्यम भी लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम करेंगे।