- बाराबंकी में हुई फिटनेस मॉडलिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड
- पिता के इलाज से लेकर घर की सभी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाया
- माता-पिता ने हौसला बढ़ाया, सफलता में कोच अहाना मिश्रा की अहम भूमिका
लखनऊ (Success Story) : कोई भी सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती है, इसके लगातार कड़ी मेहनत और लगन के साथ ही मंजिल के रास्ते में आने वाली हर मुश्किल को परास्त करके आगे बढ़ना होता है। इन पंक्तियों को चरितार्थ करके दिखाया है लखनऊ की उभरती हुई प्रतिभावान एथलीट फिटनेस मॉडल ज्योति सिंह ने। हाल ही में बाराबंकी में हुई फिटनेस मॉडलिंग चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
विशेष बातचीत में ज्योति सिंह ने बताया कि उनका जन्म इटावा में हुआ था। वर्तमान समय में लखनऊ में माता-पिता और भाई के साथ रह रही हैं। मेरे पिता और मा ने हमेशा हर जगह मेरा समर्थन करते हैं। वे मुझसे बहुत प्यार करते हैं। मैंने स्नातक बीकॉम से स्नातक किया है। बनारस में ही मुझे हार्मोनल डिस बैलेंस की वजह से थायराइड हो गया था। फिर एक बार एमबीए करना शुरू किया। उसके पूरे होते ही मैंने जॉब सर्च करना शुरू कर दिया। जॉब मिली पर मन नहीं लगा। इस बीच मैंने जिम ज्वाइन करके शरीर के फैट को कम करने का मन बनाया। फिर एक ट्रेनर ने मुझे काउंसलर की जॉब के लिए बोला और मैं सहमत हो गई। मैंने 2017 में अपनी फिटनेस यात्रा शुरू की। इस दौरान मैं जिम करने की अभ्यस्थ हो गई फिर योगा सर्टिफिकेशन कोर्स भी किया।
सब कुछ ठीक चल ही रहा था फिर अचानक वर्ष 2019 में मेरे पिता को ब्लड कैंसर की शिकायत हो गई। घर में मैं सबसे बड़ी थी तो घर की सारी जिम्मेदारी मुझ पर आ गई। मेरे पिता परिवार के मुखिया थे, इसलिए उनकी बीमारी से पूरा परिवार चिंतित हो गया। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और उनका उपचार शुरू करवा दिया। मैंने उनका पूरा ध्यान रखा। इस बीच फिटनेस और जिम से से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया।
कुछ समय बाद घर की परिस्थितियां ठीक होने लगी तो मैंने पर्सनल ट्रेनर सर्टिफिकेशन कोर्स किया। फिर मैंने एक मैनेजर के रूप में इवोल्यूशन फिटनेस जिम में काम किया। इस बीच मुझे जिम में मुझे फरहान नाम का ट्रेनर मिला। उसने मुझे लिफ्टिंग करते देखा तो मुझे सलाह दी कि अगर जीवन में कुछ बनना है तो कुछ अलग करना होगा।
उनकी सलाह पर मैंने पावर लिफ्टिंग शुरू की, जिसमें फरहान ने ही मुझे गाइड किया। अच्छे प्रशिक्षण और मेहनत के दम पर मैंने स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी जीता। लेकिन मेरा मन फिर फिटनेस मॉडलिंग में था तो फरहान ने मुझे एक्सपर्ट फिटनेस मॉडल व फिटनेस ट्रेनर से प्रशिक्षण लेने की महत्वपूर्ण सलाह दी।
फिर मेरी मुलाकात लखनऊ की मशहूर फिटनेस मॉडल व जिम ट्रेनर अहाना मिश्रा से हुई। उनके सानिध्य और प्रशिक्षण के दम पर मैंने अहाना क्लासिक प्रतियोगिता में चौथा स्थान दिया और इसके बाद अली अब्बास शो में दूसरा स्थान हासिल कर अपने सपनों और मंजिल की ओर पूरे विश्वास के साथ कदम बढ़ाए। मेरा एक ही सपना है कि फिटनेस मॉडलिंग में मेरी एक विशेष पहचान हो।