परिवर्तन संसार का नियम है। हमारे समाज में लगातार परिवर्तन देखने को मिले हैं। चाहे वो खान-पान हो या फिर रहन सहन। समय के साथ-साथ हर जिले व शहर में लोगों की सोच में बदलाव के साथ ही उनके पहनावे में भी काफी अंतर देखने को मिला है। इन बदलावों के बाद भी भारतीय संस्कृति और परिधान आज भी इस आधुनिक जमाने में अपनी गरिमा और वर्चस्व कायम किए हुए हैं।
इस विषय में दिल्ली की मशहूर फिटनेस मॉडल बिंदिया शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हाईटेक जमाने में आज बहुत से कपड़े आ गए हैं, लेकिन आज भी जो बात भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करते परिधानों में हैं वो किसी और कपड़ों में नहीं। इसीलिए विशेष अवसरों पर भारतीय संस्कृति के परिधान पहनने से विशेष छवि बनती है। मैं पारिवारिक कार्यक्रम के अलावा विशेष आयोजनों में भारतीय परिधान पहनना ही पसंद करती हूं। कुल मिलाकर बिंदिया शर्मा ने भारतीय संस्कृति और परिधान की गरिमा को संजोकर रखा है।

महिलाओं के परिधान की बात की जाए तो साड़ी के साथ ही लहंगा और चुनरी एक ऐसा परिधान है जो अपने देश ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है। इन दोनों ही परिधानों को भारतीय समाज में विशेष स्थान दिया गया है। जब भी कोई खास अवसर या त्योहार होता है, लड़कियां और महिलाएं अधिकतर साड़ी या लहंगा चुनरी पहनना ही पसंद करती हैं। इसीलिए ये परिधान सिर्फ एक परिधान ही नहीं, हमारी परंपरा भी है। लहंगा चुनरी सौंदर्य को निखारने का काम करता है।

इस बारे में आम लड़की या महिला किस परिधान को ज्यादा तरजीह देती हैं, उसके प्रति उनकी क्या सोच है और उसे पहने के पीछे प्रमुख क्या कारण है।इसके लिए कुछ शहरों में सर्वे किया गया। हर क्षेत्र की कामकाजी व घरेलू महिलाओं ने अपने अनुभव को साझा करते हुए यही कहा कि फैशन की दुनिया में हजारों आधुनिक और महंगे कपड़े आ चुके हैं, लेकिन हमारी संस्कृति का कोई मुकाबला नहीं है। इसीलिए हमारी सबसे पहली पसंद लहंगा चुनरी और साड़ी ही होती है।
