अलीगढ़ : सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्यों पर सवा दो महीने 28 अप्रैल 2024 से 5 जुलाई 2024 तक रोक लगी रहेगी। इस दौरान शुक्र तारा अस्त रहेगा। अतः इस विषय पर विस्तृत जानकारी दे रहे हैं श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरु रत्न भंडार वाले प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित हृदय रंजन शर्मा, व्हाट्सएप नंबर 9756402981,7500048250। *
ज्योतिषाचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं हमारे सनातन हिंदू धर्म के अनुसार कोई भी शुभ और मांगलिक कार्यों में शुभ मुहूर्त और शुभ ग्रहों का होना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि जो हमारे पूर्वजो की परंपराएं चली आ रही है, जिसके अनुसार बगैर शुभ मुहूर्त के किसी भी शुभ कार्य का होना निषेध माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र में विवाह शादी के लिए कुंडली मिलान और ग्रह नक्षत्र की सही स्थिति को देखा जाना और शुभ मुहूर्त में विवाह शादी करना अत्यंत शुभ माना गया है। जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं भारतीय ज्योतिष शास्त्र में विवाह के लिए गुरु और शुक्र तारा का आकाश में उदित होना अत्यंत जरूरी माना जाता है। यदि यह है दोनों तारा ग्रह अस्त हो तो शुभ विवाह एवं मांगलिक कार्य निषेध माने जाते हैं। क्योंकि हर साल मई और जून में शादियों के कई मुहूर्त होते हैं, लेकिन इस वर्ष 2024 में गुरु और शुक्र तारा मई और जून में अस्त हैं।
इसलिए मई और जून में एक भी शुभ विवाह मुहूर्त नहीं होगा। इसके बाद चार माह का चातुर्मास भी प्रारंभ होने जा रहा है। अतः केवल अनबूझे मुहूर्त में शादी विवाह करना उचित रहेगा। क्योंकि वैसा कृष्ण पक्ष चतुर्थी रविवार 28 अप्रैल 2024 से आषाढ़ कृष्ण अमावस्या शुक्रवार 05 जुलाई 2024 तक शुक्र तारा अस्त हो रहा है। जिससे सवादो महीने तक शुक्र तारा डूबा रहेगा। गुरु तारा वैशाख कृष्ण पक्ष चतुर्थी मंगलवार 7 मई 2024 से अस्त होगा। जो की ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष अष्टमी शुक्रवार तारीख 31 में 2024 को उदय होगा। गुरु और शुक्र दोनों तारा जब दोनों अस्त होते हैं। तो किसी भी प्रकार के शुभ मांगलिक कार्य पर रोक लग जाती है। अतः वैशाख शुक्ल तृतीया जिसे आखातीज अक्षय तृतीया कहते हैं।
10 मई को है वह अनपूछा मुहूर्त होने से विवाह आदि कार्यों में किसी प्रकार का दोष नहीं माना जाएगा। इसी तरह 15 जुलाई को भड्ली नवमी भी अनपूछा मुहूर्त है। इसमें भी शुभ विवाह आदि हो सकते हैं। 09 जुलाई 2024 से 17 जुलाई 2024 तक विवाह मुहूर्त उपलब्ध होंगे। इसमें 9 जुलाई 11, 12, 13, 14, 15 और 17 जुलाई शुभ विवाह मुहूर्त माने जाएंगे। इसके बाद जाड़े में 17 नवंबर से ही विवाह आदि शुभ कार्य प्रारंभ हो सकेंगे।