Skip to content

The Xpress News

  • Home
  • धर्म अध्यात्म
  • Health
  • Blog
  • Toggle search form
  • श्रीकृष्ण जन्म व छठी
    जय नारायण विद्या मंदिर में धूमधाम से मना श्रीकृष्ण जन्म व छठी महोत्सव Education
  • Employment Fair : राजकीय आईटीआई लखनऊ में 30 दिसंबर को लगेगा रोजगार मेला Education
  • कानपुर एक्सीलेंस अवार्ड 2024
    डॉ. मधुलिका शुक्ला “कानपुर एक्सीलेंस अवार्ड 2024” से सम्मानित Health
  • डॉ. मधुलिका शुक्ला
    होम्योपैथिक दवा में केमिकल फ्लेवर या कलर का इस्तेमाल नहीं होता : डॉ. मधुलिका शुक्ला Health
  • Filariasis Liberation Campaign
    Filariasis Liberation Campaign : फाइलेरिया के लक्षण का न करें इंतजार, दवा का सेवन ही है बचाव: सीएम योगी UP Government News
  • UP Police Infrastructure Development
    UP Police Infrastructure Development : दंगाइयों के लिए काल है पीएसी : सीएम Blog
  • बागेश्वर का जिला सैनिक कल्याण अधिकारी 50 हजार की घूस लेते धरा,सेवा विस्तार के नाम पर मांगी रिश्वत Crime
  • World Health Day
    World Health Day : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशाल स्वास्थ शिविर आयोजित करेगा Health
Basant Panchami 2024

Ganesh Chaturthi-2023 : गणेशजी को दूर्वा और मोदक चढ़ाने का महत्व क्यों

Posted on September 14, 2023September 16, 2023 By Manish Srivastava No Comments on Ganesh Chaturthi-2023 : गणेशजी को दूर्वा और मोदक चढ़ाने का महत्व क्यों

गणेशजी को दूर्वा और मोदक चढ़ाने का महत्व क्यों? तो आइए आज आपको इन सभी विषयों पर विस्तृत जानकारी दे रहे हैं श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरुरत्न भण्डार वाले प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. हृदय रंजन शर्मा.9756402981,7500048250

🌻भगवान गणेशजी को 3 या 5 गांठ वाली दूर्वा (एक प्रकार की घास) अर्पण करने से शीघ्र प्रसन्न होते और भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। इसीलिए उन्हें दूर्वा चढ़ाने का शास्त्रों में महत्त्व बताया गया है। इसके संबंध में पुराण में एक कथा का उल्लेख मिलता है-“एक समय पृथी पर अनलासुर नामक राक्षस ने भयंकर उत्पात मचा रखा था। उसका अत्याचार पृथ्वी के साथ-साथ स्वर्ग और पाताल तक फैलने लगा था। यह भगवद्-भक्ति व ईश्वर आराधना करने वाले ऋषि-मुनियों और निर्दोष लोगों को जिंदा निगल जाता था। देवराज इंद्र ने उससे कई बार युद्ध किया, लेकिन उन्हें हमेशा परास्त होना पड़ा। अनलासुर से अस्त होकर समस्त देवता भगवान शिव के पास गए। उन्होंने बताया कि उसे सिर्फ गणेश ही खत्म कर सकते हैं, क्योंकि उनका पेट बड़ा है इसलिए वे उसको पूरा निगल लेंगे। इस पर देवताओं ने गणेश की स्तुति कर उन्हें प्रसन्न किया। गणेशजी ने अनलासुर का पीछा किया और उसे निगल गए। इससे उनके पेट में काफी जलन होने लगी। अनेक उपाय किए गए, लेकिन ज्वाला शांत न हुई। जब कश्यप ऋषि को यह बात मालूम हुई, तो ये तुरंत कैलास गए और । दूर्वा एकत्रित कर एक गांठ तैयार कर गणेश को खिलाई, जिससे उनके पेट की ज्वाला तुरंत शांत हो गई।

🌻गणेशजी को मोदक यानी लड्डू काफी प्रिय हैं। इनके बिना गणेशजी की पूजा अधूरी ही मानी जाती है। गोस्वामी तुलसीदास ने विनय पत्रिका में कार है

♦️गाइये गणपति जगवंदन ।
संकर सुवन भवानी नंदन।
सिद्धि-सदन गज बदन विनायक । कृपा-सिंधु सुंदर सब लायक ॥
मोदकप्रिय मुद मंगलदाता ।
विद्या वारिधि बुद्धि विधाता ॥

🌻इसमें भी उनकी मोदकप्रियता प्रदर्शित होती है। महाराष्ट्र के भक्त आमतौर पर गणेशजी को मोदक चढ़ाते हैं। उल्लेखनीय है कि मोदक मैदे के खोल में रवा, चीनी, मावे का मिश्रण कर बनाए जाते हैं। जबकि लड्डू मावे व मोतीचूर के बनाए हुए भी उन्हें पसंद है। जो भक्त पूर्ण श्रद्धाभाव से गणेशजी को मोदक या लड्डुओं का भोग लगाते हैं, उन पर वे शीप प्रसन्न होकर इच्छापूर्ति करते हैं।

🌻मोद यानी आनंद और ‘क’ का शाब्दिक अर्थ छोटा-सा भाग मानकर ही मोदक शब्द बना है, जिसका तात्पर्य हाथ में रखने मात्र से आनंद की अनुभूति होना है। ऐसे प्रसाद को जब गणेशजी को अर्पण किया जाए तो सुख की अनुभूति होना स्वाभाविक है। एक दूसरी व्याख्या के अनुसार जैसे ज्ञान का प्रतीक मोदक यानी मीठा होता है, वैसे ही ज्ञान का प्रसाद भी मीठा होता है।

♦️गणपति अथर्वशीर्ष में लिखा है

🌻यो दूर्वाङ्कुरैर्यजति स वैश्रवणोपमो भवति ।
यो लाजैर्यजति स यशोवान् भवति स मेघावान् भवति ॥
यो मोदक सहस्रेण यजति स वांछित फलमवाप्राप्नोति ॥

🌻अर्थात जो भगवान को दूर्वा चढ़ाता है वह कुबेर के समान हो जाता है। जो लाजो (धान-लाई) चाढाता है, वह यशस्वी हो जाता है, मेधावी हो जाता है और जो एक हजार लड्डुओं का भोग गणेश भगवान् को लगाता है, वह वांछित फल प्राप्त करता है।

🌻गणेशजी को गुड भी प्रिय है। उनकी मोदकप्रियता के संबंध में एक कथा पद्मपुराण में आती है। एक बार गजानन और कार्तिकेय के दर्शन करके देवगण अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने माता पार्वती को एक दिव्य लड्डू प्रदान किया। इस लड्डू को दोनों बालक आग्रह कर मांगने लगे। तब माता पार्वती ने लड्डू के गुण बताए-इस मोदक की गंध से ही अमरत्व की प्राप्ति होती है। निस्संदेह इसे सूंघने या खाने वाला संपूर्ण शास्त्रों का मर्मज्ञ, सब तन्त्रो में प्रवीण, लेखक, चित्रकार, विद्वान, ज्ञान-विज्ञान विशारद और सर्वज्ञ हो जाता है। फिर आगे कहा-“तुम दोनों से जो धर्माचरण के द्वारा अपनी श्रेष्ठता पहले सिद्ध करेगा, वही इस दिव्य मोदक को पाने का अधिकारी होगा।’

🌻माता पार्वती की आज्ञा पाकर कार्तिक अपने तीव्रगामी वाहन मयूर पर आरूढ होकर त्रिलोक की तीर्थयात्रा पर चल पड़े और मुहर्त भर में ही सभी तीर्थों के दर्शन, स्नान कर लिए। इधर गणेशजी ने अत्यत श्रद्धा-भक्ति पूर्वक माता-पिता की परिक्रमा की और हाथ जोड़कर उनके सम्मुख खड़े हो गए और कहा कि तीर्थ स्थान, देव स्थान के दर्शन, अनुष्ठान व सभी प्रकार के व्रत करने से भी माता-पिता के पूजन के सोलहवें अंश के बराबर पुण्य प्राप्त नहीं होता है, अतः मोदक प्राप्त करने का अधिकारी मैं हूँ। गणेशजी का तर्कपूर्ण जवाब सुनकर माता पार्वती ने प्रसन्न होकर गणेशजी को मोदक प्रदान कर दिया और कहा कि माता-पिता की भक्ति के कारण गणेश ही यज्ञादि सभी शुभ कार्यों में सर्वत्र अग्रपूज्य होंगे।*

🌞 प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यपरम पूज्य गुरुदेव पं.हृदय रंजन शर्मा अध्यक्ष श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरु रत्न भण्डार वाले पुरानी कोतवाली सराफा बाजार अलीगढ़.यूपी.9756402981,7500048250

Blog Tags:Ganesh Chaturthi-2023

Post navigation

Previous Post: मंडल रेल प्रबंधक, झाँसी द्वारा झाँसी – धौलपुर रेलखंड का निरीक्षण
Next Post: भगवान श्रीगणेश के जितने विचित्र इनके नाम हैं उतनी विचित्र इनसे जुड़ी कथाएं भी

Related Posts

  • Warm-up match rules : वार्म-अप मैच के नियम होते हैं बड़े ही रोचक Blog
  • हल चंदन षष्ठी 04 सितंबर सोमवार को Blog
  • जय नारायण विद्या मंदिर
    जयनारायण के उत्कर्ष ने राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में बनाई जगह Blog
  • बिधनू बीआरसी में शिक्षक
    दिव्यंगता को ताकत में बदलने का हुनर सीख रहे बिधनू बीआरसी में शिक्षक Blog
  • योगी आदित्यनाथ
    चौधरी चरण सिंह सच्चे अर्थों में लोकतंत्र के साधक : योगी आदित्यनाथ Blog
  • महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे
    महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे ने किया प्रयागराज-कानपुर खंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण Blog

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Lok Sabha Election 2024 : चुनाव ड्यूटी पर अच्छी बसें उपलब्ध कराएगी योगी सरकार Lok Sabha Election 2024
  • Filariasis Liberation Campaign
    Filariasis Liberation Campaign : फाइलेरिया के लक्षण का न करें इंतजार, दवा का सेवन ही है बचाव: सीएम योगी UP Government News
  • भड्डली नवमी
    भड्डली नवमी, देवशयनी से पहले इस साहलक का अंतिम अबूझ विवाह मुहूर्त जानें पं. हृदय रंजन शर्मा जी से धर्म अध्यात्म
  • World Cup-2023
    World Cup-2023 : दक्षिण अफ्रीका के कप्तान अचानक लौटे स्वदेश, फैंस कर रहे दुआएं Sports
  • नेशनल बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप
    नेशनल बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में गरिमा ने जीता सिल्वर Sports
  • Shri Krishna Janmashtami
    Parshuram Birth Anniversary : भगवान परशुराम की जयंती 10 मई को, अपने शिष्य भीष्म को नहीं कर सके पराजित धर्म अध्यात्म
  • Krida Bharti Sports Week
    Krida Bharti Sports Week : मोतीझील में देसी खेलों से जमकर हुई मस्ती, याद आया बचपन Sports
  • गुजरात टाइटन्स की लगातार चौथी जीत Sports

Copyright © 2025 .

Powered by PressBook News WordPress theme