27 नवंबर 2023 गुरुनानक जी प्रकाश पर्व (Guru Nanak Ji Prakash Parv) के विषय में जानकारी दे रहे हैं श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरु रत्न भंडार वाले प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित ह्रदय रंजन शर्मा व्हाट्सएप नंबर-9756402981,7500048250
🌷जाने कुछ बातें गुरुनानक जी से जुड़ी हुई
☀प्राचीन समय से ही गुरु का स्थान माता पिता और भगवान से भी बड़ा माना जाता है, गुरु से जुडी अनेक महिमायें ग्रंथो और पुराणों में मिलती है इसी तरह सिख धर्म के सबसे बड़े और प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी ने भी अपने सम्पूर्ण जीवन में गुरु की महिमा का ही व्याख्यान किया है और समाज में प्रेम भाव को फैलाने का प्रयास किया है. गुरु नानक देव जी की शिक्षा से लोगो में एकता और प्रेम का भाव बढ़ा. इन्हें सिख धर्म का संस्थापक भी माना जाता है
☘गुरु नानक देव जी सिक्खों के आदि गुरु कहलाते है और इन्हें बाबा नानक और नानकशाह के नाम से भी जाना जाता है इनका जन्म आज के पाकिस्तान में लाहौर के पास तलवंडी में एक हिन्दू परिवार में हुआ था और इनका जन्मदिन प्रकाश दिवस के रूप में कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. जिस जगह इनका जन्म हुआ था अब उस जगह को ननकाना साहब के नाम से भी जाना जाता है इनका पढाई लिखाई में बिलकुल भी मन न था, इसी वजह से इन्होने 7–8 साल की उम्र में ही स्कूल को छोड़, अपना सारा समय आध्यात्म चिंतन और सत्संग में लगाना शुरू कर दिया था
💥इनका विवाह 16 साल की उम्र में सुखमिनी नाम की कन्या से हुआ था और इनके दो पुत्र थे जिनका नाम श्री चाँद और लक्ष्मीचंद था. गुरु नानक देव जी को एक महान क्रांतिकारी, समाज सुधारक और राष्ट्रवादी व्यक्ति माना जाता था, इनके व्यक्तित्व में धर्मसुधारक, कवी, दार्शनिक,समाज सुधारक, योगी, गृहस्थ, देशभक्त और विश्वबंधु के गुण समाहित थे. ये मूर्तिपूजा के खिलाफ थे, साथ ही इन्होने रुढ़िवादी और कुसंस्कार जैसी प्रथाओं का भी विद्रोध किया
🔥गुरु नानक देव जी से जुडी कथा
🌟गुरु नानक देव जी प्रतिदिन बेई नदी में स्नान करने जाते थे. एक दिन की बात है जब वे स्नान करने के बाद सीधे वन में चले गये और प्रभु का ध्यान करने लगे. कथा के अनुसार उस दिन उन्हें वहां परमात्मा का साक्षात्कार हुआ. परमात्मा ने गुरु नानक को अमृत पिलाया और कहा कि “ मै सैदव तुम्हारे साथ हूँ, मैंने तुम्हे आनंदित किया है तो जो भी तुम्हारे संपर्क में आएगा, वो भी आनंदित होगा. जाओ नाम में रहो, दान दो, उपासना करो, स्वयं नाम लो और दुसरो को भी नाम स्मरण कराओ ”.इस घटना के बाद वो अपने परिवार को छोड़कर धर्म के प्रचार के लिए निकल गये
🍁 गुरु नानक जी की शिक्षायें
🌷 गुरु नानक जी ने की सबसे पहली शिक्षा के अनुसार बताया गया है कि ईश्वर एक है
🌷 साथ ही कहा गया है कि हमेशा एक ही ईश्वर की उपासना करनी चाहियें
🌷 उन्होंने कहा है कि ईश्वर सब जगह है, साथ ही ईश्वर हर प्राणी में मौजूद है
🌷 नानक जी कहते है कि ईश्वर की भक्ति करने वाले व्यक्ति को किसी का भय नही होता
🌷 इन्होने कहा कि ईमानदारी से जियो और अपनी मेहनत से अपने पेट को भरो
🌷 अगली शिक्षा में इन्होने कहा कि व्यक्ति को बुरा काम नही करना चाहियें और न ही किसी व्यक्ति को सताना चाहियें
🌷 व्यक्ति को हमेशा खुश रहना चाहियें, साथ ही ईश्वर से सदा अपने अपराधो की क्षमा मांगनी चाहियें
🌷 इनका मानना था कि व्यक्ति को अपनी मेहनत की कमाई का छोटा सा हिस्सा किसी जरूरतमंद व्यक्ति को देना चाहियें
🌷 नानक साहब मानते थे कि स्त्री और पुरुष दोनों बराबर है
🌷 इनकी शिक्षा बताती है कि व्यक्ति को जीवित रहने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है किन्तु उनका लोभ लालच और संग्रहवृति इनकी बुराई को दिखाती है
💥प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित ह्रदय रंजन शर्मा अध्यक्ष श्री गुरु ज्योति शोध संस्थान गुरु रत्न भंडार पुरानी कोतवाली सर्राफा बाजार अलीगढ़ यूपी व्हाट्सएप नंबर-9756402981,7500048250