प्रयागराज: महाकुंभ-25 में श्रद्धालुओं का अपार जनसैलाब उमड़ने वाला हैे। सबसे ज्यादा दबाव रेलवे पर होगा। जितनी बड़ी भक्तों की संख्या होगी, उतनी ही बड़ी दुर्घटना की भी आशंका रहेगी। ऐसे में रेलवे हर परिस्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अपनी इन्हीं तैयारियों को परखने के लिए प्रयागराज संगम एवं फाफामऊ जंक्शन रेलवे स्टेशनों पर मॉकड्रिल किया गया।

प्रयागराज संगम स्टेशन पर आग लगने की घटना को एकदम वास्तविक रूप देने का प्रयास किया गया। आग पर काबू पाने से लेकर घायलों को उपचार देने तक के सारे घटनाक्रम को दर्शाया गया।
उधर, फाफामऊ जं. स्टेशन पर भीड़ में भगदड़ हो जाने के दृश्य को भी एकदम जीवंत बनाते बनाने का प्रयास किया गया। जिसमें भीड़ पर नियंत्रण करने तथा चोटिल यात्रियों को त्वरित उपचार की व्यवस्था का दृश्य दिखाया गया।
इन दोनों ही मॉकड्रिल में नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स, फायर ब्रिगेड विभाग, पीएसी कर्मचारी, रेड हेल्थ सोसायिटी, रेलवे का चिकित्सा विभाग, रेल सुरक्षा बल, वाणिज्य विभाग, राजकीय रेलवे पुलिस तथा संरक्षा विभाग ने सामूहिक रूप से साझा तालमेल के साथ इस पूरी गतिविधि को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।
यह मॉकड्रिल आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और उचित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस पूरी प्रक्रिया में चोटिल यात्रियों की एक सूची तैयार की गई।

मॉकड्रिल में घायल यात्रियों का तत्काल प्राथमिक उपचार किया गया। गंभीर रूप से चोटिल यात्रियों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। इन दोनों ही मॉकड्रिल में पूरी कार्यवाही के दौरान स्थिति पर काबू पाने से लेकर यात्रियों का रेसक्यू करने तक की सम्पूर्ण कार्यवाही को दिखाया गया।

इस मॉकड्रिल के विषय में मंडल रेल प्रबंधक श्री एसएम शर्मा ने बताया कि रेलवे तथा राज्य प्रशासन के विभिन्न विभागों के आपसी तालमेल के साथ इस पूरे मॉकड्रिल को अत्यंत कुशलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। इस प्रकार की गतिविधि के आयोजन का उद्देश्य रेलकर्मियों को रेलवे में होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटना के प्रति सजग एवं जागरूक करने और त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करने तथा आपदा प्रबंधन के लिए होता है। उन्होंने आगे बताया कि ऐसे कार्यकलापों से रेलकर्मी मानसिक एवं शारीरिक रूप से इस प्रकार की स्थितियां उत्पन्न होने पर पूरे मनोयोग से सामूहिक रूप से कार्य करने में सक्षम होते हैं।

