- इंडियन नेवी में प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ.दीपक शुक्ला ने लिखी है “जनरल मेडिसिन सर्जरी” पर किताब
- सेना में रहते हुए दुर्गम व कठिन परिस्थितियों में भी डटकर अपनी सेवा देकर पेश की मिसाल
- हार्ट और न्यूरो जैसी क्रिटिकल सर्जरी से बखूबी सफल इलाज कर मानव सेवा के लिए दिखाई तत्परता
दुनिया में बहुत ही कम लोग हैं जो कई विधाओं में निपुण होते हैं। वह अपने कार्यों से समाज और देश की सेवा कर दुनिया के सामने बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत करते हैं और ऐसे लोगों का अनुसरण कर कई युवा प्रतिभावान बनने की ओर अग्रसर होते हैं। कुछ ऐसा ही करके दिखाया है कानपुर के डॉ. दीपक शुक्ला ने।
इंडियन नेवी में प्रतिष्ठित चिकित्सक के रूप में कार्यरत डॉ. दीपक शुक्ला ने हाल ही में “जनरल मेडिसिन सर्जरी” पर किताब लिखकर एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। गौरतलब है कि डॉ. दीपक शुक्ला ने स्नातक होने के साथ ही सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे से एनेस्थिसियोलॉजी में एमडी किया। इसके बाद कमांड हॉस्पिटल एयरफोर्स, बेंगलुरु और क्रिटिकल में फ़ेलोशिप, एसजीपीजीआई एमएस से केयर मेडिसिन (सीसीएम) लखनऊ और कार्डियक एनेस्थीसिया का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया।
डॉ. दीपक शुक्ला ने एआईसीटीएस, पुणे से अपने शानदार कॅरियर की शुरुआत की। भारतीय सेना में एक चिकित्साधिकारी के रूप में उन्होंने विभिन्न कठिन परिस्थितियों और स्थानों पर सेवा दी। दुर्गम पहाड़ी इलाकों के साथ ही जंगल जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे चुके डॉ. दीपक शुक्ला ने उग्रवाद का भी डटकर मुकाबला करते हुए सर्जरी जैसे न्यूरो, बाल चिकित्सा, ट्रॉमा और हार्ट संबंधित बीमारियों को बखूबी दूर किया।