Kanpur: गठिया (Arthritis) आज विश्व की तेज बढ़ती हुई बीमारी है । यह चुपचाप, धीरे से लोगों में आ जाती है व उनकी कार्य क्षमता व जीवन की गुड़वत्ता में भारी गिरावट करती है। यहाँ तक कि राष्ट्रीय GDP पर मोटा असर डालती है। आइए ज़रा नीचे लिखे डेटा पर नज़र डालें तो हमारी आँखें खुल जाएगीं व ऐसा महसूस होगा कि देश के नीति निर्धारकों को इस ज्वलंत मुद्दे पर शीघ्रता से पॉलिसी बनाने की आवश्यकता है।
विश्व में 60 करोड़ गठिया रोगी हैं जिसका बड़ा प्रतिशत (30%) लगभग 18 करोड़ गठिया रोगी अपने देश भारत में हैं। पूरे विश्व की 1.5% इकॉनमी इसमें खर्च हो जाती है। भारत के लिए भी यह बड़ा भार है। गठिया रोगी physically compromised हो जाने की वजह से देश की GDP में अपना समुचित योगदान नहीं दे पा रहे हैं।
देखा जाता है कि गठिया से परेशान लोग अपनी सामान्य दिनचर्या नहीं कर पाते जैसे चलना, दौड़ना, दौड़ का कोई खेल खेलना आदि। ऐसी स्थिति में कोई भी सामान्य मनुष्य अपने को लाचार, बेसहारा व दुखी महसूस करता है।
लेकिन गठिया जिदंगी में बाधक नहीं है। आधुनिक विज्ञान ने गठिया के रोग को 90 फीसदी से ज्यादा खत्म करने का विकल्प निकाल लिया है।

कानपुर के बर्रा 6 स्थित सत्य हॉस्पिटल के डायरेक्टर और जाने माने प्रत्यारोपण व घुटने के विशेषज्ञ डॉ एके अग्रवाल जी ने अभी तक 20000 से ज्यादा सर्जरी करके एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है। गठिया, नी रिप्लेशमेंट, हिप रिप्लेशमेंट, आर्थोस्कोपिक सर्जरी जैसे जटिल ऑपरेशन किए हैं जिससे मरीजों को 100% लाभ पहुंचा है।
डॉक्टर ए के अग्रवाल की टीम सत्य हॉस्पिटल में अब एक ऐसी आधुनिक तकनीक से घुटना प्रत्यारोपण कर रहे हैं जिसे Re -Surfacing कहते हैं। इसमें न तो bone loss होता है न ही ब्लड loss. गठिया रोगी ऑपरेशन के तुरंत बाद खड़ा हो जाता है व चलने लग जाता है। इस re surfacing technique से उनको अपने व्यवसाय में जल्द वापस जाने की सुविधा मिल रही है। rehabilitation बहुत शीघ्र हो जाता है।
बूढ़े व वृद्ध लोगों के गठिया जैसी बीमारी का सफल घुटना प्रत्यारोपण या अन्य ऑपरेशन हुए है जिससे वो न केवल अपनी सामान्य जिदंगी जी पा रहे हैं बल्कि अपने आप को 30 साल का नौजवान भी महसूस कर रहे हैं। अपने इलाज से राहत पा चुके लोग आज अपनी जिदंगी में एक स्फूर्ति को महसूस कर रहे हैं और साथ ही आनंद से अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वे देश की उत्पादकता को भी बढ़ा रहे हैं।
इनको मिला लाभ
1. किदवई नगर निवासी एक महिला नाम (गुप्त,) जो कि विगत १५ वर्षों से अपने घर में भी चलने को लाचार थी सत्य हॉस्पिटल में गठिया के सफल ऑपरेशन के बाद अब सफलपूर्वक तीन मंज़िला मॉल का संचालन कर रहीं है। उनका आत्मविश्वास लौट आया है व 72 वर्ष की आयु में भी वे अपनी ज़िंदगी खुल कर जी रही हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में शिरकत की व गठिया पीड़ित लोगों को ये विश्वास दिलाया कि गठिया की लाचारी को कैसे विजय में बदला जा सकता है।
2. गोविंद नगर निवासी मिसज़ सप्रा सलून चलाने वाली सफल उद्दमी जो कि कई सामाजिक संस्थानों में सक्रिय थी विगत कई वर्षों से चल नहीं पा रही थी व व्यवसाय ठप्प था। घुटना प्रत्यारोपण के पश्चात वे पुनः सक्रिय हो गई हैं।
आज दिनांक 31/08/25 को सत्य हॉस्पिटल में डॉ ए के अग्रवाल और डॉ मनीषा अग्रवाल की देखरेख में एक सामाजिक चेतना, कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें विशेषज्ञों द्वारा गठिया पर व्याख्यान दिए गए।
कानपुर समेत पूरे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए वो मरीज, जिनका सफल ऑपरेशन हो चुका है और वो मरीज, जो निकट भविष्य में गठिया जैसी बीमारी से निजात पाने के लिए ऑपरेशन की तैयारी कर रहे हैं, उनके बीच खेल कूद व मनोरंजक कार्यक्रम कराए गए। जिससे गठिया रोगियों को ये भरोसा हो सके कि प्रत्यारोपण के बाद की ज़िंदगी कितनी खुशहाल है
गठिया पीड़ित व निजात पाए हुए लोगों ने आपस में समवाद किया, जिससे उनके मन से घुटना प्रत्यारोपण के डर से मुक्ति हुई। और ये पता चला कि प्रत्यारोपण के बाद की ज़िंदगी, कहीं बेहतर है व उत्साहवर्धक है।
गठिया पर विजय व घुटना प्रत्यारोपण पर डॉक्टर ए के अग्रवाल द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया गया व उसका वितरण किया गया।
उपरोक्त कार्यक्रम का विषयक “गठिया पर विजय” का मकदसद साफ है कि गठिया का समूचा उन्मूलन करना व लाचार, बेबस, व दुखी लोगों के जीवन में नया उत्साह, स्फूर्ति व आनंद भरना ।
कार्यक्रम में सम्मिलित लोगों ने न केवल विभिन्न खेलों का आनन्द उठाया बल्कि गठिया रोग से दुख से आनन्द में बदलने की अपनी कहानियों को भी साक्षा किया कि कैसे गठिया रोग से निराश हो लोगों को उम्मीद की किरण दिखाई दी और अपना इलाज करा कर आज वो नवयुवकों की तरह अपनी जीवन पूरे उत्साह और स्फूर्ति के साथ जी रहे हैं।
खेलकूद व अन्य प्रतिभागी प्रतियोगिताओं में शामिल लोगों को डॉ ए के अग्रवाल व डॉ मनीषा अग्रवाल जी द्वारा पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्य हॉस्पिटल के डॉयरेक्ट डॉ ए के अग्रवाल व डॉ मनीषा अग्रवाल जी ने की। कार्यक्रम मंडल में श्री अनुज अग्रवाल, डॉ के के पटेरिया, आदेश तिवारी, ऐड्वोकेट विप्लव अवस्थी अमन शर्मा, अमिता पॉल, विनोद यादव, कोमल यादव, मोहित विश्वकर्मा व सत्य हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव श्री सत्येंद्र ने दिया और कार्यक्रम की सफलता पर समस्त टीम को धन्यवाद दिया।
आभार डॉ के के पटेरिया 9415478979 व आशुतोष सत्यम झा 9140956040 ने व्यक्त किया।