मेरठ (Meerut) : देश के आईटी सुपर पावर बनने के पीछे हमारे युवाओं की कड़ी मेहनत है। इसका एक उदाहरण स्मार्ट इंडिया हैकथान में देखने को मिला। देश के 36 सेंटरों पर विभिन्न संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थी पूरे उत्साह के साथ लगातार 36 घंटे आईटी से जुड़ी समस्याओं पर पार पाने में जुटे रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें वर्चुअल संबोधित किया। शोभित विश्वविद्यालय मेरठ में इन “बच्चों” ने पंजाब सरकार के एक डिजिटल प्लेटफार्म की तीन समस्याओं का ऐसा समाधान पेश किया, जो कई “बड़े” नहीं कर पाए थे।
शोभित विश्वविद्यालय में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल की दो दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकथान (Smart India Hackathon) प्रतियोगिता में 11 राज्यों से आए डेढ़ सौ छात्र-छात्राएं पंजाब के रोजगार विभाग के डिजिटल प्लेटफार्म की तीन समस्याओं के समाधान में जुटे रहे। तीन वर्गों की सर्वश्रेष्ठ टीमों को अतिथियों ने पंजाब सरकार की ओर से एक-एक लाख का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान विशेषज्ञों ने आशा व्यक्त की कि यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले युवा आगे चलकर स्टार्टअप के क्षेत्र में भी बड़ा मुकाम प्राप्त करेंगे।
विश्वविद्यालय प्रांगण में स्मार्ट इंडिया हैकाथन (एसआईएच-2023) ग्रांड फिनाले सॉफ्टवेयर संस्करण में टीमों ने लगातार मंगलवार सुबह आठ बजे से बुधवार शाम आठ बजे तक काम किया। लगातार काम करने के बाद भी सभी 17 टीमों में शामिल युवा उत्साहित थे। परिणाम घोषित होते ही विजयी टीमें उछल पड़ीं।
यह रहे परिणाम
पहली विजेता टीम (प्रोब्लम कोड एसआइएच 1303) टीम डिवाइन डेविस ग्रामोद्योगिक शिक्षण मंडल (महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट आफ टेक्नलोजी) महाराष्ट्र रही। टीम में शुभम् व्यवहारे, परेश देशपांडे, सैयद मारूफ अली, पवन शहाणे, यश मगरे और साक्षी सेलमोकर शामिल रहे।
दूसरी विजेता टीम (प्रोब्लम कोड एसआइएच 1304) पाइपलाइन ब्रोकन टीम रही। इसके सदस्य श्वेता टी आर, शरण अलवरस्वामी, श्रीमान डी, श्रीजीत एस, सुब्रमण्यम आरएम, युकेश ए सेंट जोसेफ कालेज आफ इंजीनियरिंग चेन्नई तमिलनाडु के हैं।
तीसरे विजेता (प्रोब्लम कोड एसआइएच 1305) के तौर पर संयुक्त रूप से दो टीमें रहीं। टीम ब्लैकपर्ल सेंट जोसेफ कालेज आफ इंजीनियरिंग चेन्नई रही। इसके सदस्य श्रेया पी, सुरेखा एसए, शिशुराज बी, संतोषराज वाई, सरन कुमार आर, शिवराम कृष्णन एस रहे।
इस वर्ग की विजेता दूसरी टीम में टीम गो गेटर, गुरु घसीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ रही। एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दोनों टीमों में बराबर बांटी गई। गो-गेटर टीम में कार्तिकेय अहिरवार, मनीष विश्वकर्मा, अनुराग सिंह, अनुराग पैकरा, तंजुज कश्यप व सोम शामिल रहे।
आज के दौर में युवाओं के पास बेहतर आइडिया : उप निदेशक रविंद्र पाल सिंह
विजेताओं को मुख्य अतिथि पंजाब सरकार के रोजगार विभाग में उप निदेशक रविंद्र पाल सिंह, विशिष्ट अतिथि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आइएएस श्रुति शर्मा और कार्यक्रम अध्यक्ष शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने पुरस्कृत किया। रविंद्र पाल सिंह ने कहा कि आज के दौर में युवाओं के पास बेहतर आइडिया हैं। छात्रों ने लगातार 36 घंटे कार्य कर शानदार हल उपलब्ध कराए हैं। युवाओं का यह कार्य करना हमें विश्व गुरु बनने को अग्रसर कर रहा है। इस तरह की प्रतियोगिताओं से उद्योग, शैक्षिक संस्थान और सरकार के बीच बेहतर समन्वय होगा। 2021 बैच की आइएएस टापर श्रुति शर्मा ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं। कहा कि इस तरह समस्या समाधान पर कार्य करेंगे तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।
अध्यक्षीय संबोधन में कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि प्रतिभागियों की अद्वितीय प्रतिभा और नवाचारी सोच से हम सभी को प्रेरित किया है। युवाओं ने दिखाया है कि वे न केवल समस्याओं की पहचान कर सकते हैं, बल्कि उन्हें हल करने के लिए उत्कृष्ट और रचनात्मक समाधान भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी नीलेश गुर्जर, निर्णायक एसटीपी मेरठ के प्रभारी संजय कुमार विजय कुमार शर्मा एमआइइटी मेरठ, सत्यम नीलमणि कंसलटेंट मास्टरकार्ड गुड़गांव, अदिति अग्रवाल पटवाल, अखिलेश शुक्ला, सुदीपी गोयल, मेघा जैन आदि शामिल रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. जयानंद, कुलसचिव प्रो. गणेश भारद्वाज आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। संयोजक प्रोफेसर विनोद कुमार त्यागी एवं प्रो तरुण कुमार शर्मा रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. नेहा वशिष्ठ ने किया।